इशादि नौ उपनिषद में नौ उपनिषद (ईशा, केन, कठ, प्रसन्न, मुंडक, मांडूक्य, ऐतरेय, तैत्तिरीय और श्वेताश्वतर) शामिल हैं। यह पुस्तक संस्कृत के विद्यार्थियों तथा ब्रह्मज्ञान के इच्छुक व्यक्तियों के लिए उपयोगी है। प्रकाशकः गीता प्रेस, गोरखपुर। लेखक: श्री हरिकृष्ण गोयनका.