भविष्य पुराण में भविष्य में होने वाली घटनाओं का वर्णन है। इस पुराण में भारतवर्ष के वर्तमान समस्त आधुनिक इतिहास का वर्णन है। इसके प्रतिसर्गपर्व के तृतीय तथा चतुर्थ खण्ड में इतिहास की महत्त्वपूर्ण सामग्री…
भविष्य पुराण १८ प्रमुख पुराणों में से एक है। इसकी विषय-वस्तु एवं वर्णन-शैलीकी दृष्टि से अत्यन्त उच्च कोटि का है। इसमें धर्म , सदाचार, नीति , उपदेश , अनेकों आख्यान , व्रत , तीर्थ , दान , ज्योतिष एवं आयुर्वेद के विषयों का अद्भुत संग्रह है।
भविष्य पुराण में भविष्य में होने वाली घटनाओं का वर्णन है। इस पुराण में भारतवर्ष के वर्तमान समस्त आधुनिक इतिहास का वर्णन है। इसके प्रतिसर्गपर्व के तृतीय तथा चतुर्थ खण्ड में इतिहास की महत्त्वपूर्ण सामग्री विद्यमान है। इतिहास लेखकों ने प्रायः इसी का आधार लिया है।